EXAMINE THIS REPORT ON HANUMAN CHALISA

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भावार्थ – अपने तेज [शक्ति, पराक्रम, प्रभाव, पौरुष और बल] – के वेग को स्वयं आप ही सँभाल सकते हैं। आपके एक हुंकारमात्र से तीनों लोक काँप उठते हैं।

व्याख्या – श्री रामचन्द्र जी ने हनुमान जी के प्रति अपनी प्रियता की तुलना भरत के प्रति अपनी प्रीति से करके हनुमान जी को विशेष रूप से महिमा–मण्डित किया है। भरत के समान राम का प्रिय कोई नहीं है, क्योंकि समस्त जगतद्वारा आराधित श्री राम स्वयं भरत का जप करते हैं

US president Barack Obama experienced a pattern of carrying with him several small merchandise presented to him by folks he had met. The merchandise bundled a small figurine of Hanuman.[151][152]

tinoTinoThree lokLokWorlds hānkaHānkaFear te kāpaiTe kāpaiShake / tremble Which means: You by yourself can endure your own private energy/splendor. All 3 worlds (Svarka, Patala and Pritvi) would tremble at your roar.

We consider it doesn’t really subject providing your heart is filled with devotion, your mind is pure and you've got maintained great hygiene criteria over the duration of chanting, reading or reciting.

व्याख्या – श्री हनुमान जी महाराज को समस्त सिद्धियाँ प्राप्त हैं तथा उनके हृदय में प्रभु विराजमान हैं, इसलिये समस्त शक्तियाँ भी आपके साथ रहेंगी ही। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है।

श्री हनुमान जी की महिमा अनिर्वचनीय है। अतः वाणी के द्वारा उसका वर्णन करना सम्भव नहीं।

बिना श्री राम, लक्ष्मण एवं सीता जी के श्री हनुमान जी का स्थायी निवास सम्भव भी नहीं है। इन चारों को हृदय में बैठाने का तात्पर्य चारों पदार्थों को एक साथ प्राप्त करने का है। चारों पदार्थों से तात्पर्य ज्ञान (राम), विवेक (लक्ष्मण), शान्ति (सीता जी) एवं सत्संग (हनुमान जी) से है।

kāndheKāndheShoulder mūnjiMūnjiMunja grass janeūJaneūSacred thread sājaiSājaiAdorn Which means: You have the vajrayudha (mace) and flag/banner in your hands; sacred-thread made from the munja grass decorates your shoulder.

bhūtaBhūtaEvil spirits / ghosts pishāchaPishāchaDemons nikataNikataClose / close to nahiNahiNot āvaiĀvaiCome

व्याख्या – श्री हनुमान जी से अष्टसिद्धि और नवनिधि के अतिरिक्त मोक्ष या भक्ति भी प्राप्त की जा सकती है। इस कारण इस मानव जीवन की अल्पायु में बहुत जगह न भटकने की बात कही गयी है। ऐसा दिशा–निर्देश किया गया है जहाँ से चारों पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) प्राप्त किये जा सकते हैं।

SūkshmaSūkshmaMicro / minute / tiny rūpaRūpaForm / human body / form dhariDhariAssuming siyahiSiyahiSita, Spouse of Lord Rama dikhāvāDikhāvāTo point out up

Rama is the king of all, and he could be the king of yogis. You managed all his jobs” or in other translation, “He whoever here can take refuge in Rama you will manage all their responsibilities.

कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥४०॥ ॥दोहा॥ पवनतनय सङ्कट हरन मङ्गल मूरति रूप ।

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